माननीय सर्वोच्च न्यायालय, उच्च न्यायालय के आदेशों, DDA, CBSE और DSEAR 1973 की अवहेलना करते हुए PRIVATE SCHOOL MAFIAS के ख़िलाफ़ कोई भी कार्यवाही ना होने और दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग की अनदेखी के विरोध में।
जैसा कि आप सबको पता है कि दिल्ली सरकार ने सभी प्राइवेट स्कूलों को अपने यहां 7 वें वेतन आयोग की मुताबिक अपने टीचर्स को वेतन देने का सर्कुलर जारी किया है । जिसकी वजह से सभी अभिभवकों पर लगभग 50-60 प्रतिशत अतिरिक्त फीस देने का दवाब बढ़ गया है। जबकि माननीय न्यायालय ने 7वें वेतन आयोग की सिफारिशों के लागू करने से पहले स्कूलों के एकाउंट्स की जांच करने के लिए कहा था। अपनी विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए समय समय पर अभिभावकों ने मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री जी से मिलने का कई बार प्रयास किया परंतु हर बार नाकामयाब रहे.
सरकार के शिक्षा विभाग के इस तुग़लकी फरमान और उनके द्वारा स्कूलों के ऊपर कार्यवाही न करने से, एक बार फिर से साबित हो गया है कि कहीं न कहीं सरकार इन स्कूलों के दवाब में है। इसलिए इस सोई सरकार को जगाने के लिए पूरी दिल्ली के अभिभावक और अध्यापक मिलकर दिल्ली के उप मुख्यमंत्री श्री मनीष शिशोदिया जी के घर के सामने इकट्ठा हो रहे हैं और उनसे मिलने का प्रयास करेंगे। हमारी माननीय शिक्षामंत्री से ये विनम्र निवेदन है कि आप अपना कीमती समय देलही के हम अभिभावकों को ज़रूर देंI
कार्यक्रम निम्न प्रकार है
दिन: शुक्रवार
दिनाँक: 15 दिसंबर 2017
समय: 8 बजे प्रातः
शीर्षक
सीटी बजाओ सरकार जगाओ,
बर्तन, थाली बजाओ, सरकार जगाओ
इनको कुम्भकरनी नींद से जगाओ
सभी अभिभावक और अध्यापक इस मुहीम में आमंत्रित हैं
आप सभी मीडिया सहयोगियों से सविनय अनुरोध है कि कृपया हमारे प्रोग्राम को कवर करें और सरकार तक हमारी आवाज़ पहुँचाने में हमारी मदद करें।
धन्यवाद
Delhi Parents Association
अपराजिता 9958949405
आपके प्रयासों को साधुवाद ! शिक्षा और स्वास्थ्य किसी भी देश के दो बड़े स्तम्भ होते हैं जिस पर उज्जवल भविष्य की नीव रखी जाती है, दुर्भाग्यवश दोनों ही भृष्टाचार और निर्मम व्यावसायीकरण की भेंट चढ़े हुए हैं , सरकार मौन है, अधिकारी स्कूल माफिया और भृष्ट तंत्र के बीच का जरिया बन के रह गए हैं, जनता रोजमर्रा के भागदौड में व्यस्त है, संविधान और सर्वोच्च न्यायालय का मखौल बना के रख दिया है कब जागेगी जनता, कब कड़ी होगी अपने लिए न्याय और अधिकारों के लिए, क्या विरासत दे के जायेंगे हम अगली पीड़ी को ? शायद आपका ये प्रयास कुछ चेतना जगा सके अभिभावकों में , इसके आपको शुभकामनाएं और दुआएं !!!
जी धन्यवाद