27.08.2019

विषय: स्कूल बैग वज़न का reality check

DPA को मिलती लगातार शिकायतों के बाद आज दिल्ली पेरेंट्स एसोसिएशन की टीम द्वारा School Bag Weight reality check की कार्यवाही Kamal Model School, K-1 Extn. Mohan Garden, New Delhi 110059 के बाहर की गई।

सैंपल /डेटा collection में क्लास नर्सरी से 11th तक के 86 बच्चों के बैग का वजन लिया गया।

यदि उस डेटा को स्टडी किया जाए तो 86 में से केवल 1 बच्चे के बैग का वजन नियमानुसार था जबकि बाकी 85 बच्चों के बैग का वजन मानक तय वज़न से 3 गुना था।

सैंपल कलेक्शन में उदाहरण देखें तो क्लास 2 के बच्चे के बैग का औसतन वजन 5kg था जबकि नियमानुसार ये 1.5kg तक ही होना चाहिए। यहाँ तक कि nur और prep के बच्चों के बैग का औसतन वजन 4.5kg.

यहां ये बात ध्यान देने की भी है कि स्कूल खत्म होने के बाद ये वजन लिया गया गया, अन्यथा मोटे तौर पर 1kg (खाने के डब्बे और पानी की बोतल) और जोड़ लेना चाहिए जो बच्चे के बैग का सुबह का वजन होगा।

ज्ञातव्य है कि मद्रास हाईकोर्ट, दिल्ली हाइकोर्ट और विभिन्न विभागों ( DOE, CBSE, MHRD) द्वारा निकाले गए ढ़ेरों आर्डर जिनके हिसाब से स्कूली बच्चों के class के हिसाब से subject, books और बैग का वजन भी निर्धारित किया गया है। क्योंकि बैग के भरी वजन के चलते बच्चों की रीढ़ की हड्डी पर उसका खतरनाक प्रभाव पड़ रहा है।

दिल्ली शिक्षा विभाग द्वारा 29.11.2018 को ज़ारी सर्कुलर में भी क्लास के हिसाब से वजन मापदंड तय किया गया
Class 1-2 1.5kg
Class 3-5 2-3kg
Class 6-7. 3-4kg
Class 8-9. 4.5kg
Class 10. 5kg

एक बच्चे का केस भी DPA के पास आया जिनकी बच्ची को इस परेशानी के चलते डॉक्टरों में ऑपरेशन बोला है जिसका ख़र्च 8-10 लाख रुपये है। ये बच्ची अभी AIIMS में एडमिट है।

आज इस एक्टिविटी में एक बात साफ हुई कि स्कूल ने 27जनवरी को पारित school books and bag weight पर दिल्ली हाइकोर्ट के order की अवहेलना करते हुए सभी किताबें private publishers की लगवा रखीं हैं जबकी उस आर्डर में साफ तौर पर लिखा है कि cbse से मान्यता प्राप्त स्कूल केवल NCERT/ SCERT की ही किताबें लगवायेगा अन्य सपोर्टिंग किताब यदि लेनी भी है तो टीचर अपने ref के लिए ख़ुद लेगी और बच्चों को उक्त क़िताब लेने के लिए दबाब नहीं बनाएगा जाएगा।

जबकी सच्चाई बिल्कुल उल्टी है बच्चों के बैग केवल private publishers की किताबों से ही भरे हुए थे।

इस प्रकार पेरेंट पर दोहरी मार पड़ती है, private publisher की महँगी भारी किताब खरीदो और फिर वो भारी किताब बच्चों के बैग के बोझ बढ़ाएगी

दिल्ली पेरेंट्स एसोसिएशन कमल मॉडल स्कूल के पेरेंट्स का धन्यवाद करता है जिसने इस प्रोग्राम में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।

आज की इस Data Collection activity में दिल्ली पेरेंट्स की team में एसोसिएशन अध्यक्ष अपराजिता  के अतिरिक्त एसोसिएशन के अन्य मेंबर्स Nalin Jain, Yash Parmar, Ms. Nayantara mahto, Dharamveer ji, Mrs. Ambuj, Mrs. Neetu rishi, Mrs. Rekha, Chetan arora, Fateh khan आदि भी सम्मिलित थे।

दिल्ली पेरेन्ट्स एसोसिएशन